Chote Nibandh (Short Essay ) in Hindi for Primary Classes Part -2

Hindi me Nibandh निबंध Part – 2

 

A4 प्रस्तुत करते हैं हिंदी में छोटे निबंध ! जो कि प्राइमरी कक्षाओं के लिए सरल और महत्वपूर्ण विषयों पर आधारित हैं | निबंध को दो भागों में विभाजित किया गया है | आप निबंध के पीडीएफ भी डाउनलोड कर सकते हैं |लिंक सबसे नीचे दिया गया है |
हिंदी में छोटे निबंध भाग – 1
हिंदी में छोटे निबंध भाग – 2

निबंध लेखन (Essay Writing)

निबंध क्या है?

निबंध एक प्रकार की रचनात्मक और व्यवस्थित लेखन शैली है, जिसके माध्यम से लेखक किसी विषय पर अपने विचारों, भावनाओं, तर्कों और जानकारियों को क्रमबद्ध रूप से प्रस्तुत करता है। निबंध न केवल ज्ञान व्यक्त करने का माध्यम है, बल्कि यह विचारों की स्पष्टता और लेखन कौशल को भी दर्शाता है।


उत्तम निबंध कैसे लिखें?

उत्तम निबंध लेखन के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना आवश्यक है:
  1. विषय की समझ: सबसे पहले निबंध के विषय को अच्छे से समझें और उस पर शोध करें।
  2. रूपरेखा तैयार करें: लेखन से पहले एक रूपरेखा (outline) बनाएं कि क्या-क्या बिंदुओं को शामिल करना है।
  3. स्पष्ट भाषा: भाषा सरल, स्पष्ट और प्रभावशाली होनी चाहिए।
  4. तर्कपूर्ण विचार: निबंध में अपने विचारों को उदाहरण और तथ्यों के साथ प्रस्तुत करें।
  5. शुद्ध लेखन: व्याकरण, वर्तनी और वाक्य संरचना का विशेष ध्यान रखें।
  6. समापन: अंत में निष्कर्ष (conclusion) स्पष्ट और प्रभावशाली होना चाहिए।

निबंध के मुख्य भाग

निबंध को तीन प्रमुख भागों में विभाजित किया जाता है:
  1. प्रस्तावना (Introduction):
    यह निबंध का प्रारंभिक भाग होता है, जिसमें विषय का संक्षिप्त परिचय दिया जाता है और पाठक का ध्यान आकर्षित किया जाता है।
  2. मुख्य भाग (Body):
    यह निबंध का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। इसमें विषय के सभी पहलुओं पर विस्तार से विचार प्रस्तुत किए जाते हैं, तथ्यों, उदाहरणों और तर्कों के साथ।
  3. निष्कर्ष (Conclusion):
    यह निबंध का अंतिम भाग होता है, जिसमें पूरे निबंध का सारांश और लेखक की अंतिम टिप्पणी या राय प्रस्तुत की जाती है।

9. किसान ( Farmer )

किसान वह व्यक्ति है जो फसल उगाता है और जानवरों को पालता है ताकि लोगों के लिए भोजन उपलब्ध करा सके। किसान हर दिन कड़ी मेहनत करते हैं और चावल, गेहूं, सब्जियां, फल आदि जैसी जरूरी चीजें उगाते हैं। वे समाज में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं क्योंकि उनके बिना हमारे पास खाने के लिए भोजन नहीं होगा।
किसान सुबह जल्दी उठते हैं और धूप और बारिश में अपने खेतों में काम करते हैं। वे मिट्टी तैयार करने, बीज बोने और फसल काटने के लिए औजारों, मशीनों और जानवरों का उपयोग करते हैं। कुछ किसान गाय, बकरी और मुर्गियों का पालन भी करते हैं ताकि दूध, अंडे और मांस उपलब्ध हो सके।
हालांकि किसान इतनी मेहनत करते हैं, लेकिन उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कभी-कभी मौसम खराब होता है, और उनकी फसलें नष्ट हो जाती हैं। इतना परिश्रम करने के बाद भी उन्हें बहुत कम पैसा मिलता है।
अतः किसान हमारे देश की रीढ़ हैं। हमें उनके काम का सम्मान करना चाहिए और उनका समर्थन करना चाहिए ताकि वे हमें भोजन उपलब्ध कराते रहें।

10. आत्म- अनुशासन ( Self Discipline )

आत्म-अनुशासन का मतलब है अपनी क्रियाओं, विचारों और भावनाओं को नियंत्रित करना ताकि अपने लक्ष्य पूरे कर सकें। यह सही काम करने की क्षमता है, भले ही मन न हो। आत्म-अनुशासन हमें ध्यान केंद्रित करने और ध्यान भटकाने वाली चीजों से बचने में मदद करता है।
आत्म-अनुशासित व्यक्ति समय पर उठता है, अपने काम पूरे करता है और एक नियमित दिनचर्या का पालन करता है। उदाहरण के लिए, वे छात्र जो नियमित रूप से पढ़ाई करते हैं और समय पर अपना गृहकार्य पूरा करते हैं, आत्म-अनुशासन का पालन कर रहे हैं। यह हमें स्वस्थ रहने में भी मदद करता है, जैसे कि व्यायाम करना और सही खाना खाना।
आत्म-अनुशासन आसान नहीं है, लेकिन इसे अभ्यास से विकसित किया जा सकता है। छोटे लक्ष्य तय करना, बुरी आदतों से बचना और प्रेरित रहना आत्म-नियंत्रण को बेहतर बना सकता है।
अतः, आत्म-अनुशासन सफलता की कुंजी है। यह हमें जिम्मेदार बनना सिखाता है और हमारे सपनों को पूरा करने में मदद करता है।

11. दिवाली ( Diwali )

 

दिवाली भारत का सबसे महत्वपूर्ण और लोकप्रिय त्यौहार है, जिसे “प्रकाश का पर्व” भी कहा जाता है। यह त्यौहार कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है। इस दिन भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण के 14 वर्षों के वनवास के बाद अयोध्या लौटने की खुशी में दीप जलाए जाते हैं। दिवाली बुराई पर अच्छाई और अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है।
दिवाली से पहले लोग अपने घरों की सफाई करते हैं और उन्हें रंगोली और दीपों से सजाते हैं। बाजारों में चारों ओर रौनक दिखाई देती है, और लोग नए कपड़े, मिठाइयां और उपहार खरीदते हैं। इस दिन लक्ष्मी जी और गणेश जी की पूजा की जाती है ताकि घर में सुख-समृद्धि और शांति बनी रहे।
रात को लोग पटाखे फोड़ते हैं और अपने दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताते हैं। मिठाइयों और उपहारों का आदान-प्रदान इस त्यौहार को और भी खास बना देता है। यह त्यौहार न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।

12. स्वतंत्रता दिवस ( Independence Day )

भारत हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाता है। यह वह ऐतिहासिक दिन है जब 1947 में भारत ने ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त की थी। यह एक राष्ट्रीय अवकाश है और हर भारतीय के लिए गर्व और देशभक्ति का दिन है।
इस दिन, भारत के प्रधानमंत्री लाल किले पर तिरंगा फहराते हैं और देश को संबोधित करते हैं। लोग महात्मा गांधी, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानों को याद करते हैं। स्कूलों और कॉलेजों में सांस्कृतिक कार्यक्रम, झंडा वंदन, और देशभक्ति गीत आयोजित किए जाते हैं।
स्वतंत्रता दिवस स्वतंत्रता संग्राम के संघर्षों की याद दिलाता है और नागरिकों को राष्ट्र के विकास के लिए प्रेरित करता है। यह दिन एकता, स्वतंत्रता, और लोकतंत्र का उत्सव है। 

13. होली ( Holi )

होली भारत के सबसे प्राचीन और प्रमुख त्योहारों में से एक है, जिसे ‘रंगों का त्योहार’ कहा जाता है। यह फाल्गुन मास की पूर्णिमा को मनाया जाता है और पूरे देश में बड़े उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। होली का त्योहार दो दिनों तक चलता है। पहले दिन ‘होलिका दहन’ होता है और दूसरे दिन रंगों से खेला जाता है।
होली के पहले दिन को ‘होलिका दहन’ कहा जाता है। इस दिन लोग लकड़ियां और गोबर के उपले जलाकर बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाते हैं। इसका आधार प्राचीन कथा है जिसमें प्रह्लाद ने भगवान विष्णु की भक्ति से राक्षसी होलिका को पराजित किया था। यह हमें यह सिखाता है कि सच्चाई और भक्ति की हमेशा जीत होती है।
दूसरे दिन को ‘धुलेंडी’ या ‘रंगवाली होली’ कहते हैं। इस दिन लोग एक-दूसरे पर रंग, गुलाल और पानी डालते हैं। बच्चे पिचकारियों से पानी फेंकते हैं और गुब्बारे मारते हैं। लोग ढोल-नगाड़ों की धुन पर नाचते-गाते हैं। मिठाइयों जैसे गुझिया, मालपुआ, और ठंडाई का आनंद लिया जाता है।
होली केवल रंगों का त्योहार नहीं है, बल्कि यह सामाजिक और सांस्कृतिक एकता का प्रतीक है। इस दिन लोग पुराने गिले-शिकवे भूलकर गले मिलते हैं और दोस्ती को मजबूत करते हैं। यह त्योहार हमें प्रेम, सौहार्द और भाईचारे का संदेश देता है।
हालांकि, आज के समय में हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि होली पर्यावरण के अनुकूल तरीके से मनाई जाए। रासायनिक रंगों के बजाय प्राकृतिक रंगों का उपयोग करें और पानी की बर्बादी से बचें।
होली केवल एक त्योहार नहीं है, बल्कि खुशियों, मस्ती, और मेलजोल का प्रतीक है। यह त्योहार हमें बताता है कि जीवन में रंगों और रिश्तों का कितना महत्व है। इसलिए, होली को पूरी खुशी और सकारात्मकता के साथ मनाना चाहिए।

14. गणतंत्र दिवस ( Republic Day )

गणतंत्र दिवस भारत का एक प्रमुख राष्ट्रीय पर्व है, जो हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है। इस दिन 1950 में भारत का संविधान लागू हुआ और हमारा देश एक गणराज्य बना। यह दिन हर भारतीय के लिए गर्व और सम्मान का प्रतीक है।
गणतंत्र दिवस पर देशभर में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। दिल्ली में राजपथ पर भव्य परेड का आयोजन होता है, जिसमें भारतीय सेना, सांस्कृतिक झांकियां और स्कूली बच्चों के प्रदर्शन शामिल होते हैं। इस परेड में देश की सांस्कृतिक विविधता और सेना की ताकत का प्रदर्शन होता है।
यह दिन हमें हमारे देश की एकता और स्वतंत्रता का सम्मान करने और देश की प्रगति के लिए योगदान देने की प्रेरणा देता है।

14. क्रिसमस ( Christmas )

 

क्रिसमस हर साल 25 दिसंबर को मनाया जाने वाला एक प्रमुख त्योहार है, जो ईसा मसीह के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। यह त्योहार मुख्य रूप से ईसाई धर्म के लोग मनाते हैं, लेकिन इसकी लोकप्रियता इतनी बढ़ गई है कि अब इसे दुनिया भर के लोग बड़े उत्साह और खुशी के साथ मनाते हैं।
क्रिसमस के दिन लोग अपने घरों और चर्चों को रंगीन लाइटों, सजावट और क्रिसमस ट्री से सजाते हैं। इस दिन प्रार्थना सभाएं आयोजित होती हैं, जहां लोग एकत्र होकर ईश्वर से प्रार्थना करते हैं। बच्चों के लिए यह दिन विशेष रूप से खास होता है, क्योंकि वे सांता क्लॉज से उपहार पाने की आशा करते हैं।
क्रिसमस का असली संदेश प्रेम, दया और भाईचारे का है। यह त्योहार हमें एक-दूसरे के प्रति दयालु और सहनशील बनने की प्रेरणा देता है। इस दिन लोग गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करने के लिए दान करते हैं।

निष्कर्ष:

निबंध लेखन एक ऐसा माध्यम है जो किसी भी छात्र या लेखक के विचारों की गहराई, भाषा पर पकड़ और तार्किक क्षमता को दर्शाता है। यदि विषय की अच्छी समझ, स्पष्ट विचार और व्यवस्थित लेखन हो, तो निबंध प्रभावशाली और पठनीय बनता है। अभ्यास और नियमित लेखन से इस कला में निपुणता प्राप्त की जा सकती है।
निबंध लेखन एक महत्वपूर्ण और रचनात्मक कला है, जिसके माध्यम से हम अपने विचारों और भावनाओं को शब्दों में व्यक्त करते हैं। यह एक ऐसा माध्यम है जो हमें अपनी सोच को व्यवस्थित करने और दूसरों तक पहुँचाने में मदद करता है। निबंध लेखन साहित्य, शिक्षा और व्यक्तित्व विकास में एक अहम भूमिका निभाता है।
निबंध लेखन में तीन मुख्य भाग होते हैं: भूमिका, मुख्य भाग और निष्कर्ष। भूमिका में विषय का परिचय दिया जाता है, मुख्य भाग में विषय का विस्तारपूर्वक वर्णन होता है, और निष्कर्ष में विषय का सारांश और लेखिका के विचार प्रस्तुत किए जाते हैं।
निबंध लेखन हमारे विचारों को स्पष्ट और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने की क्षमता को बढ़ाता है। यह विद्यार्थियों में सृजनशीलता और लेखन कौशल को बढ़ावा देता है। सही निबंध लिखने के लिए भाषा की सटीकता, व्याकरण और प्रस्तुति पर ध्यान देना आवश्यक है।

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